दिल्ली की झुग्गी बस्ती
दिल्ली की झुग्गी बस्ती का हाल हम सब जानते है पर उनकी वास्तविकता से वाक़िफ़ नहीं है। ये दर्द सिर्फ यहाँ के लोग समझ और बर्दाश्त करते है। यहाँ लोग सीमित साधनों में कई कई पुश्त गुजार देते है ,और इनका सबसे ज्यादा फायदा राजनीतिक पार्टी उठाती है। यहां अक्सर लोग बुनियादी साधनों से जूझते है पर कोई खास तरक्क़ी देखने को नहीं मिलती ,अगर कोई तरक्की होती भी है तो सिर्फ वो तुष्टिकरण के लिए होती ,सिर्फ़ सिमित समय के लिए या फिर उसका दुरूपयोग वहां के बाहुबली लोग करते है उदहारण के लिए किसी बस्ती में पानी की पाइपलाइन का बिछना वहां पर लाइन बिछाने क बाद दिल्ली जल बोर्ड का कोई भी नुमाइंदा कनेक्शन क लिए नहीं आता ,क्योंकि ऐसा कोई पानी नियंतत्रण का कानून नहीं है ऐसे वो कहते है अगर कुछ पाइप वो जोड़ भी दे तो लोग और एक्स्ट्रा बिना किसी परमिशन के अपने हिसाब से जोड़ लेते है । अब इसके बाद खेल शुरू होता है जब लोग खुद कनेक्शन पास के वेल्डिंग दुकान वाले से करवाते है जिसमे झुण्ड या बाहुबली लोगो का राज चलता है 1 इंच के पाइप का कनेक्शन और दूसरा डबल कनेक्शन कोई रोकने वाला नहीं होता ,क्योंकि विधायक या फिर जे. ई. इन पचड़ो